दिल्लीवालो, हांफते रहो... प्रदूषण रोकने के सारे इंतजाम हवाबाजी

नई दिल्ली : एक हफ्ते में ही राजधानी में प्रदूषण का स्तर 19.5 प्रतिशत बढ़ गया। राजधानी में पीएम 2.5 का औसत स्तर 243.3 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा। यह रिपोर्ट गुरुवार को रेस्पिरर लिविंग साइंस ने ज

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नई दिल्ली : एक हफ्ते में ही राजधानी में प्रदूषण का स्तर 19.5 प्रतिशत बढ़ गया। राजधानी में पीएम 2.5 का औसत स्तर 243.3 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा। यह रिपोर्ट गुरुवार को रेस्पिरर लिविंग साइंस ने जारी की है। 3 से 16 नवंबर के बीच के आकलन पर आधारित इस रिपोर्ट में देश के 281 शहरों को शामिल किया गया है। इसमें तीन से नौ नवंबर और 10 से 16 नवंबर के बीच का विश्लेषण किया गया है।

साफ शहरों में आखिरी पायदान पर

साफ शहरों में राजधानी को आखिरी पायदान पर रखा गया है। राजधानी में मुख्य प्रदूषक इस दौरान पीएम 2.5 रहा। यह व्यक्ति के बाल की मोटाई से भी छोटे कण होते हैं, जो सांस के जरिए फेफड़ों से होते हुए ब्लड तक में पहुंच जाते हैं। प्रदूषण के इतनी तेजी से बढ़ने की वजह गाड़ियों से निकलने वाले धुएं, इंडस्ट्रियल पल्यूशन और पराली जलाने से हो रहे धुएं को बताया गया है। इसके साथ ही राजधानी में तापमान भी कम हो रहा है, जिसकी वजह से प्रदूषक जमीन की सतह के आसपास ही ट्रैप होकर रह गए हैं।

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गंगा के मैदानी इलाकों में तेजी से बढ़ा प्रदूषण

रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के अलावा गंगा के मैदानी इलाकों में भी प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ा है खासतौर पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में। यहां भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक रहा। सर्दियों की शुरुआत, कम होते तापमान, कम होती हवाओं की स्पीड की वजह से प्रदूषण को बढ़ने में काफी मदद मिली। रेस्पिरर लिविंग साइंस के सीईओ और फाउंडर रौनक सुतारिया ने बताया हर साल नवंबर में प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ता है। दिसंबर के मध्य और फरवरी में भी कई बार इसी तरह का पैटर्न देखने को मिलता है।

लोकल प्रदूषण के सोर्स काफी अधिक

रिपोर्ट के अनुसार एनडीएमसी क्षेत्र में पीएम 2.5 का स्तर 100 एमजीसीएम रहा। यह गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद की तुलना में अधिक था। इससे पता चलता है कि राजधानी में अब भी लोकल प्रदूषण के सोर्स काफी अधिक हैं और उन पर तुरंत ऐक्शन की जरूरत है। सुतारिया ने इसकी भी संभावना जताई है कि मॉनिटरिंग स्टेशन में भी कुछ खामियां हो सकती हैं। इनकी जांच की जानी चाहिए।

रिपोर्ट के अनुसार एक तरफ जहां उत्तर भारत के शहर प्रदूषण की जद में हैं, वहीं साउथ और नॉर्थ-ईस्ट के शहरों की स्थिति इस मामले में कहीं बेहतर है। इंफाल में पीएम 2.5 का औसत स्तर 14.2 एमजीसीएम और अरियलूर का 15 एमजीसीएम रहा।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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